कुमकुम+अक्षत से अग्नि की पूजा करे "ह्रीं पावकाग्नये नमः"
प्रार्थना करें - मुखं यः सर्वदेवानां हव्यभुक् कव्यभुक् तथा। पितृणां च नमस्तस्मै नमस्ते पावकाग्नये।।
घर में शुद्धता से पकी हुई भात में घी मिलाकर - मध्यमा+अनामिका और अंगूठे से थोडी थोड़ी मात्रा में छते हाथ से अग्नि में समर्पित करें (किसी उपवास के दिन भात न भी बनायी हो,तो केवल घी छोटी चम्मची से अग्नि में समर्पित करें / चम्मची को भी जैसे भात लेतें हैं इसी प्रकार पकड़ना चाहिये)--
(१) ह्रीं ब्रह्मणे नमः - इदं ब्रह्मणे न मम।
(२)ह्रीं प्रजापतये नमः - इदं प्रजापतये न मम।
(३) ह्रीं गृह्याभ्यो नमः - इदं गृह्याभ्यो न मम।
(४)ह्रीं कश्यपाय नमः - इदं कश्यपाय न मम।
(५) ह्रीं विश्वेभ्यो देवेभ्यो नमः - इदं विश्वेभ्यो देवेभ्यो न मम।
(६)ह्रीं अग्नये स्विष्टकृते नमः - इदं अग्नये स्विष्टकृते न मम।
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