Friday, 1 June 2018

छ: अपराधी

श्री भगवान्  आद्य शंकराचार्य के  छः अपराधी  , जिनका #नरक जाना ध्रुव है -

#द्विपीठाभिषेक -

१- #अनुमन्ता - अनुमति देने वाला -

हॉ करो करो अभिषेक  !  होना  चाहिये अभिषेक  !

२- #विशसिता -  टुकड़े करने वाला -

इस पीठ पर करो अभिषेक  !

३- #निहन्ता -  मारने वाला - 

ये लो ये  मैं कर रहा हूं तुम्हारा अभिषेक !

४- #क्रय_विक्रयी - लेनदेन हिसाब करने वाला -

अभिषेक  प्रसारक मीडिया , फोटोग्राफर, आयोजन में पैसा लगाने वाले !

५- #संस्कर्त्ता -  पकाने  वाला !

- इस विधान से  हो अभिषेक  ! 

५- #उपहर्त्ता - परोसने वाला !

अभिषेक   इस प्रकार उचित है , इति सिद्धम् ! 

६-  #खादकाः - खाने वाले !

मैं द्विपीठाभिषिक्त   शंकराचार्य हूं !  (और तदनुवर्तिनी समस्त अग्रिम अभिषिक्त शिष्य परम्परा )

#अनुमन्ता_विशसिता_निहन्ता_क्रयविक्रयी ।
#संस्कर्त्ता_चोपहर्त्ता_च_खादकाश्चेति_घातकाः ।।

।। जय श्री  राम ।।

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