Tuesday, 29 May 2018

भाटों की उत्पत्ति

#भाटों की उत्पत्ति -
~~~~~~~~~~

सनातन धर्म  की लोक-परम्परा  में 'भाट' किसे कहते हैं ?

#उत्तर - पातिव्रत्य धर्म से च्युत  एक ब्राह्मणी  जब अपने ब्राह्मण पति कोछोड़कर किसी    ब्राह्मणेतर (ब्राह्मण जाति से अन्य किसी जाति के पुरुष )  को  अपना जीवनसाथी बना ले, उस ब्राह्मणी से जो ब्राह्मण को सन्तान प्राप्त  हो ,  उस ब्राह्मण द्वारा  लालन पालन  की गयी सन्तान  को   'भाट' कहते हैं   ।

विद्यागृह ब्राह्मण ही होने से, ब्राह्मणी के (स्वभावविशेष) माध्यम से कुछ  कलाऐं आने  से  अन्य वंशों की वंशावली  कथन  करके  यशोगान करते हुए अपना  पेट पालन करना इनका कार्य कहा गया है ।

(थरगोत्रप्रवरावली , पृ०३७)

।। जय श्री राम ।।

No comments:

Post a Comment

पूजा आदि में सिर नहीं ढंका चाहिए

शास्त्र प्रमाण:- उष्णीषो कञ्चुकी चात्र मुक्तकेशी गलावृतः ।  प्रलपन् कम्पनश्चैव तत्कृतो निष्फलो जपः ॥ अर्थात् - पगड़ी पहनकर, कुर्ता पहनकर, नग...