गोस्वामी तुलसीदास और स्वामी दयानन्द में अन्तर -
------------------------------------------------------------------
भारत में पाषाणपूजा (मूर्ति पूजा) कब से प्रचारित हुई ?
#गोस्वामी_तुलसीदास - जब से भारत में भगवान् नृसिंह अवतरित हुए ।
#स्वामी_दयानन्द - जब से भारत में जैनी हुए ।
~~~~~~~~~~~~~
किसने भारत की अन्तरात्मा को अनुभव किया , स्पष्ट है ।
=================
काढ़ि कृपान, कृपा न कहूँ, पितु काल कराल बिलोकि न भागे।
'राम कहाँ? सब ठाऊँहैं, ' खंभमें? 'हाँ'सुनि हाँक नृकेहरि जागे।
बैरि बिदारि भए बिकराल, कहें प्रलादहिकें अनुरागे।
प्रीति-प्रतीति बड़ी तुलसी, तबतें सब पाहन पूजन लागे।।
(कवितावली ५।१२८)
साभार - आद्यशंकरायार्य सन्देश
।। जय श्री राम ।।
No comments:
Post a Comment