Wednesday, 7 March 2018

चार वर्णों का चारों पुरुषार्थों से सम्बन्ध

चार प्रकार के पुरुषों (ब्राह्मण , क्षत्रिय , वैश्य , शूद्र ) के चार प्रधान पुरुषार्थ (धर्म , अर्थ काम , मोक्ष ) -

शूद्र योनि कामपुरुषार्थ के लिए है (गृहस्थ पूर्वक कामेच्छा सुख )

वैश्य योनि अर्थपुरुषार्थ के लिए है (कृषि वाणिज्य धन वैभव आदि से सुख )

क्षत्रिय योनि धर्मपुरुषार्थ के लिए है (यागादि से सुख )

किन्तु

ब्राह्मण योनि मोक्षपुरुषार्थ के लिए होती है | (मोक्ष सुख )

अतः ब्राह्मण होकर भी जो मोक्ष के लिए प्रयत्न नहीं करता , उससे बड़ा अभागा कौन होगा भला ?

|| जय श्री राम ||

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