Friday, 17 November 2017

दो नवजात शिशु में ब्राह्मणादि भेद कैसे कर सकतें है

#तर्क - आपके सामने दो अंजान नवजात बालक शरीर रख दें तो क्या आप बता सकते हो कि कौन ब्राह्मण है और कौन क्षत्रिय ?

#उत्तर - जात्यभिधान परम्परागत ज्ञान से विदित होता है । ☝️

जिस प्रकार पशुजाति के दो नवजात पशुओं को आपके सम्मुख रखने पर आप अयं गोवत्सः , अयं शावकः ऐसा विभेद परिचय तब तक नहीं दे सकते  , जब तक कि आपको यह पता न हो कि गोवत्स किसे कहते हैं और शावक किसे कहते हैं , आकृतिबल से पिण्डविशेष का पार्थक्य बोध ही आपको होगा कि यह दो  पिण्डवान् इस - इस आकृतिवाले  हैं , परन्तु  इन दोनों में गोवत्स कौन है और शावक कौन है , यह आप नहीं बता सकते ।

इसी प्रकार  मानवजाति के  दो  नवजात  शिशुओं के सम्बन्ध में भी  समझना चाहिये ।

#सर्वेषां_तु_स_नामानि_कर्माणि_च_पृथक्_पृथक् ।
#वेदशब्देभ्य_एवादौ_पृथक्संस्थाश्च_निर्ममे  ।।

।। जय श्री  राम ।।

No comments:

Post a Comment

पूजा आदि में सिर नहीं ढंका चाहिए

शास्त्र प्रमाण:- उष्णीषो कञ्चुकी चात्र मुक्तकेशी गलावृतः ।  प्रलपन् कम्पनश्चैव तत्कृतो निष्फलो जपः ॥ अर्थात् - पगड़ी पहनकर, कुर्ता पहनकर, नग...