पूर्वाग्रह रहित व तटस्थभाव से ही हमारा वक्तव्य आपको समझ आ सकता है | 👍
अन्यथा, अन्यथा ही समझोगे ! 😊
कभी कभी ज्येष्ठों का कथन समझ न आए तो #श्रद्धा से पालन करना चाहिए | कालान्तर में स्वयं समझ जाओगे !
यथा - पिता जी कहते रहते है कि अभी उचित काल है मन्त्रों को कण्ठस्थ करो! अभी जो छप गया सो छप गया | मेरी अवस्था में नहीं कर पाओगे !
श्रद्धा का होना अत्यन्त आवश्यक है | अत: भगवान् कहतें है -
#श्रद्धावान्_लभते_ज्ञानं
हर जगह तर्क भी नहीं चलता |
जय श्री राम
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