श्रीभगवान् वेद के सम्मुख अपने अनुमान को रखें पीछे ----------->
धर्म वेद से निकला है, अतः क्या धर्म है , ये श्री भगवान् #वेद बताएँगे, उन्हीं से उसे समझना होगा , न कि अपने अनुमान से |
.................... आपका अनुमान वेद के वचन का बाध नहीं कर सकता , क्योंकि वेद #स्वतःप्रमाण है |
वेद प्रमाण के सम्मुख आपकी आँखों देखी भी नहीं चलेगी , क्योंकि वेद #अपौरुषेय है और पुरुष के प्रत्यक्ष प्रमाण में अपौरुषेय वेद का बाध करने की क्षमता नहीं है |
प्रत्यक्षेणानुमित्या वा यस्तूपायो न बुध्यते |
एनं विदन्ति वेदेन तस्माद्वेदस्य वेदता || (-श्रीसायणाचार्य, ऋग्वेदादिभाष्यभूमिका)
|| जय श्री राम ||
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