Saturday, 6 January 2018

शुक्लयजुर्वेदियाें के मूल ग्रन्थ (अध्येतव्य तथा ज्ञातव्य)


वेदशाखा- माध्यन्दिनीय वाजसनेयि तथा काण्व वाजसनेयि

वेद की संहिता-
माध्यन्दिनीय-वाजसनेयि-शुक्लयजुर्वेद-संहिता तथा काण्व-वाजसनेयि-शुक्लयजुर्वेद-संहिता
वेद का ब्राह्मणग्रन्थ-
माध्यन्दिनीय-वाजसनेयि-शुक्लयजुर्वेद-शतपथब्राह्मण तथा काण्व-वाजसनेयि-शुक्लयजुर्वेद-शतपथब्राह्मण
श्राैतसूत्र- कात्यायनश्राैतसूत्र,
गृह्यसूत्र- पारस्करगृह्यसूत्र,
धर्मसूत्र- शङ्खलिखितधर्मसूत्र (सम्प्रति अनुपलब्ध),
परिशिष्ट- कातीय-त्रिकण्डिक-स्नानसूत्र, कात्यायन-श्राद्धकल्पसूत्र, अष्टादश परिशिष्ट इत्यादि ।

यजुर्वेद सम्बद्ध अन्य ग्रन्थ -
शिक्षा वेदाङ्ग का- वाजसनेयिप्रातिशाख्य अाैर याज्ञवल्क्यशिक्षा,
ज्याेतिष वेदाङ्गका- याजुषवेदाङ्गज्याेतिष,
स्मृति- याज्ञवल्क्यस्मृति (शुक्लयजुर्वेदसम्बद्ध स्मृतिग्रन्थ) ।

सर्व-वेद-शाखा-साधारण--
पाणिनीय व्याकरण, यास्कीय निरूक्त, पिङ्गलच्छन्दःसूत्र ताे सभी वेदाें के एक समान वेदाङ्ग हैं ।
जैमिनीय धर्ममीमांसासूत्र तथा बादरायणीय ब्रह्ममीमांसासूत्र सभी वेदाें के एक समान वेदाेपाङ्ग हैं ।

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