Friday, 24 November 2017

आत्मा का द्वित्व व परिमित होने का खण्डन

#पाखण्ड_मत - आत्मा दो  हैं  ।

#वेद_सिद्धान्त - आत्मा  एक  है  ।

#पाखण्ड मत -  आत्मा  परिमित  है ।

#वेद  सिद्धान्त -  आत्मा  अनन्त है  ।

#प्रश्न -  यदि  आत्मा  एक  ही   और   अनन्त   है , तो    आत्मा  के  सन्दर्भ में  वेद में     वृक्ष के दो पक्षी के रूप मे  तथा       आत्मा को  बालाग्रशतभागस्य  इत्यादि पूर्वक  अणु क्यों  कहा  है  ?

#उत्तर  -   आत्मा को  दो  पक्षी  के  रूप  में  बताना  उसके व्यावहारिक  भेद के बोध  के लिए  तथा  आत्मा  का  अणुत्व  उसकी   सूक्ष्मता  को  बताने   के  लिए  कहा गया  है  ।

।। जय श्री राम  ।।

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