जनेऊ के अनधिकारी वर्णसंकरों --
(१)ब्राह्मण+शूद्रा का पुत्र
(२)क्षत्रिय+शूद्रा का पुत्र
(३)क्षत्रिय+ब्राह्मणी का पुत्र
(४)वैश्य+शूद्रा का पुत्र
(५)वैश्य+ब्राह्मणी का पुत्र
(६)वैश्य +क्षत्राणी का पुत्र
इनके द्वारा कृत उत्तरक्रिया-पिंडदान पितृतर्पण -- पितर ग्रहण नहीं करतें ..
#प्रतिलोमस्तुधर्महिनाः ||गौतम||
#प्रतिलोमजास्ते_शूद्रधर्माणो_नैषामुपनयनमस्ति ||कुल्लुक भा०||
जनेऊ के अधिकारीयों (अनेकों पैढ़ी से जिनकी अविच्छिन्न परम्परा हो)
#विशुद्धवर्ण(१)
(१)विशुद्ध-ब्राह्मण+विशुद्ध-ब्राह्मणी का पुत्र
(२)विशुद्ध-क्षत्रिय+विशुद्ध-क्षत्राणी का पुत्र
(३)विशुद्ध-वैश्य+विशुद्ध-वैश्यस्त्री का पुत्र
#अनुलोमजाति(२)
(४)विशुद्ध-ब्राह्मण+विशुद्ध-क्षत्राणी का पुत्र
(५)विशुद्ध-ब्राह्मण+विशुद्ध-वैश्यस्त्री का पुत्र
(६)विशुद्ध-क्षत्रिय+विशुद्ध-वैश्यस्त्री का पुत्र
#सजातिजानन्तरजाः_षट्_सुता_द्विजधर्मिणः||भृगुप्रोक्त शा०१०/४१||
Sunday, 18 February 2018
जनेऊ के अनधिकारी अधिकारी
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पूजा आदि में सिर नहीं ढंका चाहिए
शास्त्र प्रमाण:- उष्णीषो कञ्चुकी चात्र मुक्तकेशी गलावृतः । प्रलपन् कम्पनश्चैव तत्कृतो निष्फलो जपः ॥ अर्थात् - पगड़ी पहनकर, कुर्ता पहनकर, नग...
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जन्मना जायते शूद्रः संस्काराद् द्विज उच्यते। वेदपाठाद् भवेद् विप्रः ब्रह्म जानाति ब्राह्मणः।। इसके आधार पर यदि आप इसका ये अर्थ करतें हैं क...
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रामपाल तो सामने आने से रहा , तथापि रामपाल के कथित चेलों के माध्यमेन इसे सामने ( लाइन हाजिर ) लाकर इसकी पोल खोली जा रही है , य...
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#पूर्णपात्र_रहस्य यज्ञ में ब्रह्माजी का पद सबसे वरिष्ठ होता है ।यह सृष्टि भी यज्ञस्वरूप ही है। #यज्ञेन_यज्ञमयजन्तदेवा:...... यह सृष्टि ...
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