Tuesday, 23 January 2018

ब्राह्मण के धनुष वाण

#कट्टर_ब्राह्मणत्व और #कट्टर_शास्त्राश्रय - ये दो  सनातन वैदिक धर्म की प्रचण्ड शक्ति हैं ।

ब्राह्मण का कर्तव्य है कि वह कट्टर शास्त्राश्रयरूप कोदण्ड (धनुष) पर कट्टर ब्राह्मणत्व का तीक्ष्ण बाण  समाश्रित कर  असुरता का मर्मभेदन कर दे ।

देव भावनाओं से भरे ब्राह्मण का आत्म-बल ही धनुष है। उसकी वाणी प्रत्यंचा है। उसका तप बाण है। इस अचूक ब्रह्मास्त्र से सुसज्जित ब्रह्मवेत्ता असुरता को बेध कर रख देता है-

#जिह्वा_ज्या_भवति_कुल्मलं_वाँ_नाडीका_दन्तास्पतसाभिदिग्धाः_तेभिर्ब्रह्मा_विध्यति_देवपीयून्हृदयबलैर्धनुर्भिर्देवजूतैः।

(अथर्ववेद ५/१८/०८)

साभार - शंकरसन्देश

।। जय श्री राम ।।

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